गोरी तेरे बाल

1 Part

371 times read

6 Liked

गोरी तेरे बाल प्रिय आओ ना! सुलझा  दूं , तेरे लंबे ,काले,उलझे,गीले बाल। अलसायी सी क्यूँ हो बैठी , चंचल चितवन से रही निहार। पानी की बूंदे टप टप टपके , ...

×